Keylogger
यदि आप computer mobile का उपयोग करते हो तो आपको keylogger के बारे मे जानकारी होनी जरुरी है। Keylogger एक ऐसा computer software है जिसका उपयोग आपके system से information को चुराने मे किया जा सकता है। Keylogger का उपयोग legal और illegal दोनों तरह किया जा सकता है।
Keylogger को basically companies के लिए डिज़ाइन किया गया था जिससे की कंपनी अपने employee’s के activity का ध्यान रख सके की employee’s दिन भर अपने सिस्टम पे क्या क्या activity परफॉर्म करता है। लेकिन फिर धीरे धीरे Keylogger का उपयोग school , college , आदि जगह भी होने लग गया।
Keylogger को इस तरह प्रोग्राम किया गया है की ये आपके सिस्टम की activity को रिकॉर्ड करता है तथा साथ ही साथ आप कीबोर्ड से जो भी key press करोगे वो उसे भी रिकॉर्ड करके save कर देता है। Keylogger बैकग्राउंड मे चलने वाला एक सॉफ्टवेयर है जिससे की आम कंप्यूटर यूजर को इसका पता नहीं चल पता। अगर कोई आपके सिस्टम मे कोई Keylogger को इनस्टॉल करता है तो वह Keylogger आपके सिस्टम की activity जैसे की पासवर्ड , URL , web search details आदि को रिकॉर्ड कर देता है।
यदि कोई बिना आपके जानकारी के आपके सिस्टम मे Keylogger को इनस्टॉल करता है तो ये आपके लिए एक security risk हो सकता है। यदि आपको Keylogger से बचना है तो अपने सिस्टम मे एक अच्छा एंटी-वायरस का उपयोग करे। जिससे की future मे अगर कोई आपके इसमें कोई ऐसा प्रोग्राम इनस्टॉल करता है तो एंटीवायरस आपको अलर्ट कर देगा।
Keylogger दो प्रकार के होते है।
1. Hardware Keylogger
2. Software Keylogger
Hardware Keylogger ऐसा छोटा सा डिवाइस होता है जो की आपके keyboard की वायर के साथ attach किया जाता है या फिर कुछ ऐसे Keylogger भी होते है जो आपके कीबोर्ड के अंदर attach किया जाता है जिससे आप अपने सिस्टम मे जो भी टाइप करते है वो Keylogger मे रिकॉर्ड हो जाता है। जबकि Software Keylogger एक ऐसा प्रोग्राम होता है जो आपके सिस्टम मे इनस्टॉल होने पे बैकग्राउंड मे चलता है और किसी को नजर नहीं आता है इसलिए Software Keylogger का उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता है।